Thursday, April 11, 2024

शिवायन

 श्री कृष्णुम्बहू भर्तारम व्यक्तं वन्दे शिवायनम 

विश्वोद्भव स्थितिलयाय शुभंकराय भक्तार्तिनाशनरताय दिगम्बराय 

यक्षस्वरूप परकारण कारणाय नित्यं नमोस्तु मृडसाम्बसदाशिवाय.1

सर्वेश्वरो विजयातम परिसर्पि सर्वसंतान शक्तशय संवलिताक्ष माला 

लीला विलास लुलदंगुलिलास्य लीना गौरी ललाय लपना लपनाभिलाषी.2

सर्वेश्वरीमभि नमामि विभासमानां वामोसमाश्रितवतीं परमेश्वरस्य.

नमं कराब्ज मिथुनेन सभाजयन्तीं शंभोस्स्वललुलित पिंग जटाकलापम .3

हे शर्वशंकर महेश परेष भर्ग शंभो त्रिलोचन शतीश्वर वामदेव 

भूतेश उग्र प्रमथाधिप रामपूज्य सिद्धिप्रदः पशुपते भवभूति धाम.4

भागवत पाठक "श्यामल"

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